Best Proctology Hospital in Kota
Laser Surgery Hospital in Kota
ऐनल या रेक्टम में होने वाली बीमारियां गुदा रोग के अंतर्गत आती है। इस प्रकार की बीमारी के बारे में किसी से बात करने में मरीज स्वयं को असहज महसूस करता है परंतु यह बीमारियां मरीज के लिए बहुत दर्दनाक होती है अगर आपको गुदा से संबंधित कोई तकलीफ है तो तुरंत डॉक्टर से मिलकर सलाह लें।
गुदा मार्ग संबंधित बीमारियां:
गलत खानपान एवं लाइफ़स्टाइल गुदा संबंधित बीमारियों का प्रमुख कारण होता है इससे संबंधित बीमारियों में बवासीर, फिशर एवं फिस्टुला आदि शामिल है।
बवासीर:
बवासीर गुदा संबंधित एक ऐसी बीमारी है जिसमें मरीज को काफी दर्द एवं तकलीफ का सामना करना पड़ता है। इसमें मल त्याग करते समय ऐनल के अंदर बने मस्से फट जाते हैं जिससे आसपास की नसों में सूजन आ जाता है एवं परेशानियां बढ़ने लगती है।
फिशर:
ऐनल में कट लग जाने को मेडिकल की भाषा में फिशर कहा जाता है। मल त्याग करते समय यह बहुत तेज दर्द देता है एवं इसमें रक्तस्राव की भी हो सकता है समय पर इसका उपचार करवाना बहुत आवश्यक होता है।
फिस्टुला:
इस बीमारी में ऐनल में फोड़े बन जाने के कारण ऐनल में जलन, सूजन एवं बहुत तेज खुजली होती है। फिस्टुला को गुदा रोगों में सबसे खतरनाक माना जाता है अगर समय पर इसका उपचार नहीं किया जाए तो यह ऐनल कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का कारण भी बन सकता है।
जैन सर्जिकल अस्पताल में विशेषज्ञों द्वारा प्रॉक्टोलॉजी (पाइल्स, फिशर एवं फिस्टुला) का उपचार:
जैन सर्जिकल अस्पताल, कोटा के सर्वश्रेष्ठ अस्पतालों में से एक है यहां प्रॉक्टोलॉजी के विशेषज्ञ डॉक्टर अमरीश पाटौदी द्वारा पाइल्स, फिशर एवं फिस्टुला जैसे समस्त गुदा रोगों का उपचार किया जाता है जैन सर्जिकल अस्पताल को कोटा का प्रथम NABH Accredited अस्पताल होने का भी गौरव प्राप्त हैं। यहां RGHS एवं चिरंजीवी योजना के तहत उपचार की सुविधा भी उपलब्ध है।